Shan E Nabi
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जालिम को अपना पीर बनाने नहीं गया मेरा हुसैन हाथ मिलाने नहीं गया/Zalim Ko Apna Peer Banane Nahi Gaya Lyrics In Hindi
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टाइटिल : Zalim Ko Apna Peer Banane Nahi Gaya

श्रेणी (केटेगरी) : Naat Lyrics ,

लेखक/गीतकार : Shamim Faizi ,

नातखवां/कलाकार : Shamim Faizi ,

जारी/दर्ज किया : 28 Jul, 2023

देखा गया (वीवस) : 120

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जालिम को अपना पीर बनाने नहीं गया,
मेरा हुसैन हाथ मिलाने नहीं गया

लाखों सलाम फातिमा ज़हरा के लाल पर,
सजदा बचाया सर को बचाने नहीं गया

सीने पे तीर खा के बचाया है दिन को,
मेरा हुसैन पीठ दिखाने नहीं गया

चुल्लू में लेके नहर को पानी पीला दिया,
अब्बास अपनी प्यास बुझाने नहीं गया

जालिम को अपना पीर बनाने नहीं गया,
मेरा हुसैन हाथ मिलाने नहीं गया

असगर यह जानते थे बचाना है दिन को,
यह बात उनको कोई बताने नहीं गया 

जालिम को अपना पीर बनाने नहीं गया,
मेरा हुसैन हाथ मिलाने नहीं गया