Shan E Nabi
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Dikha De Ya Ilahi Mujhko Ruye Mufti E Azam (Dikha De Ya Ilahi Woh Madina) Lyrics In Hindi
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टाइटिल : Dikha De Ya Ilahi Mujhko Ruye Mufti E Azam (Dikha De Ya Ilahi Woh Madina)

श्रेणी (केटेगरी) : Naat Lyrics ,

लेखक/गीतकार : Asad Iqbal Kalkattavi ,

नातखवां/कलाकार : Asad Iqbal Kalkattavi ,

जारी/दर्ज किया : 09 Jan, 2023

देखा गया (वीवस) : 442

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दिखा दे या इलाही मुझको रुऐ मुफ़्ती ऐ आज़म,
दिखा दे या इलाही मुझको रुऐ मुफ़्ती ऐ आज़म,
नज़र को आज तक है जूसतजुऐ मुफ़्ती ऐ आज़म,
नज़र को आज तक है जूसतजुऐ मुफ़्ती ऐ आज़म

मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद
मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद

जो पूछा हज़रते दिल से कहाँ जाते हो बतलाओ,
जो पूछा हज़रते दिल से कहाँ जाते हो बतलाओ,
दिल साहब ने फरमाया सुऐ मुफ़्ती ऐ आज़म,
दिल साहब ने फरमाया सुऐ मुफ़्ती ऐ आज़म

मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद
मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद

मैं अपनी ज़िंदगी के वास्ते मेराज समझूँगा,
मैं अपनी ज़िंदगी के वास्ते मेराज समझूँगा,
मिले किस्मत से जो आबे वज़ू ऐ मुफ़्ती ऐ आज़म,
मिले किस्मत से जो आबे वज़ू ऐ मुफ़्ती ऐ आज़म

मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद
मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद

हो जिसके दिल में शम ऐ मसलके अहमद रज़ा रोशन,
हो जिसके दिल में शम ऐ मसलके अहमद रज़ा रोशन,
वही महसूस कर पाएंगे बुऐ मुफ़्ती ऐ आज़म,
वही महसूस कर पाएंगे बुऐ मुफ़्ती ऐ आज़म

मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद
मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद

वो जिनके नाम सुनते ही मुनाफिक कांप जाते हैं,
वो जिनके नाम सुनते ही मुनाफिक कांप जाते हैं,
है किसमे दम के ठहरे रूबरूऐ मुफ़्ती ऐ आज़म,
है किसमे दम के ठहरे रूबरूऐ मुफ़्ती ऐ आज़म

मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद
मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद

असद चलिए करे मिलकर नज़ारा आज जन्नत का,
असद चलिए करे मिलकर नज़ारा आज जन्नत का,
बना है अरज़े जन्नत कुऐ मुफ़्ती ऐ आज़म,
बना है अरज़े जन्नत कुऐ मुफ़्ती ऐ आज़म

मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद
मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद, मुफ़्ती ऐ आज़म ज़िन्दाबाद